वेद शब्द संस्कृत भाषा के "विद्" धातु से
बना है जिसका अर्थ है: जानना, ज्ञान इत्यादि। वेद हिन्दू धर्म के प्राचीन पवित्र ग्रंथों का नाम है। वेदों को श्रुति भी कहा जाता है, क्योकि माना जाता है कि इसके
मन्त्रों को परमेश्वर
यदि आप निवेश करना चाहते हैं तो यहां ज्योतिष के अनुसार जानिए आपको किस क्षेत्र में निवेश करना चाहिए और किस क्षेत्र निवेश नहीं करना चाहिए। निवेश यदि राशि अनुसार किया जाए तो नुकसान की संभावनाएं काफी कम हो जाती हैं। जानिए आप कहां-कहां से पैसा ज्यादा कमा सकते हैं..
सवा किलो काले चने शुक्रवार की रात में भिगो दें। अगले दिन उन्हें सरसों के तेल में बना लें। बने हुए चने के तीन हिस्से करें। एक हिस्सा घोड़/भैंसे को खिला दें। दूसरा हिस्सा कुष्ठ रोगी को खिला दें
हजारों सालोंसे हमारे यहाँ मिट्टी के बर्तनों का उपयोग होता आया है। अभी कुछ सालो पहले तक गाँव की शादियों में तो मिट्टी के बर्तन ही उपयोग में आते थे। घरों में दाल पकाने, ढूध गरम करने, दही ज़माने, चावल बनाने और आचार रखने के लिए मिट्टी के बर्तनों का उपयोग
यदि आप दरिद्रता से परेशान है। धन कमाने के आपके सभी प्रयास विफल हो जाते है तो उपाय : रविवार या सोमवार के दिन बाजार से तीन झाड़ू खरीदकर प्रात: जब आपको कोईदेखे नहीं उस समय उन तीनों झाडु को
* पूर्व दिशा : यहाँ घर की संपत्ति और तिजोरी रखना बहुत शुभ होता है और उसमें बढ़ोतरी होती रहती है। * पश्चिम दिशा : यहाँ धन-संपत्ति और आभूषण रखे जाएँ तो साधारण ही शुभता का लाभ मिलता है। परंतु घर का मुखिया अपने स्त्री-पुरुष मित्रों का सहयोग होने के बाद भी बड़ी कठिनाई के साथ
पंचगव्य शरीर के साथ मन व बुद्धि को भी शुद्ध, सबल व पवित्र बनाता है। शरीर में संचित हुए रोगकारक तत्वों का उच्चाटन कर सम्भावित गम्भीर रोगों से रक्षा करने की क्षमता इसमें निहित है। इसमें शरीर के लिए आवश्यक जीवनसत्व (विटामिन्स), खनिज तत्व, प्रोटीन्स, वसा व ऊर्जा प्रचुर मात्रा में पायी जाती है। गर्भिणी माताएँ, बालक, युवक व वृद्ध सभी के लिए यह उत्तम स्वास्थ, पुष्टि व शक्ति का सरल स्त्रोत है।
रातों-रात किस्मत बदलते हैं रावण के ये 10 तांत्रिक उपाय
रावण, एक नाम जो बुराई का प्रतीक है। लंकाधिपति रावण की ये बातें तो लगभग सभी जानते हैं कि रावण ने सीता का हरण किया।इसी वजह से श्रीराम ने उसका वध किया। रावण के दस सिर थे। उसकी नाभि में अमृत था। विभिषण और कुंभकर्ण उसके भाई थे।
पालथी मारकर आराम से बैठ जाएँ।रीढ़ की हड्डी बिलकुल सीधी होनी चाहिए।आँखे बंद,दो चार सांस लें और छोड़ें आराम से,सारा ध्यान साँसों पर,बिलकुल साधारण सांस लें और छोड़ें, अपना सारा ध्यान साँसों पर केन्द्रित करें।सांस बिलकुल ऐसे ही लें और छोड़े जैसे आम तोर पर लेतें हैं।
संसार में रहकर गृहस्थ जीवन की सफलता के
लिए सुख-समृद्धि का होना निहायत ही जरूरी है। धन-समृद्धि को अर्जित करने के लिए
प्रबल पुरुषार्थ यानि कि ईमानदारी पूर्वक कठोर परिश्रम तो आवश्यक है ही।
शिव पुराण के अनुसार शिवलिंग पर कई प्रकार की सामग्री फूल-पत्तियां चढ़ाई जाती हैं। इन्हीं में से सबसे महत्वपूर्ण है बिल्वपत्र। बिल्वपत्र से जुड़ी खास बातें जानने के बाद आप भी मानेंगे कि बिल्व का पेड बहुत चमत्कारी है।
परेशानी जीवन का दूसरा नाम है। मनुष्य के जीवन में आए दिन परेशानियां आती रहती है। कुछ समस्याएं तुरंत हल हो जाती हैं तो कुछ लंबे समय तक कष्ट देती हैं। कुछसाधारण तांत्रिक उपाय कर इन परेशानियों से छुटकारा मिल सकता है।