मंगल दोष और होने वाली परेशानियॉं
ये भ्रम लोगो को की मंगली होने का मतलब मंगल दोष होता है।
ये भ्रम लोगो को की मंगली होने का मतलब मंगल दोष होता है।
मंगल दोष 28 वे वर्ष में अपने आप समाप्त हो जाता है और बिना कुंडली मिलाये शादी करा देनी चाहिए ये गलत धारणा है। मंगल दोष वाले माता पिता की संतान का 5 वर्ष की आयु तक बेहद खास ध्यान रखने की जरूरत होती है क्योकि उसका प्रतिरक्षित सिस्टम काफी कमजोर होगा इस बात की बहुत संभावना होती है।
मंगल दोष वाले लोग विधुर / विधवा हो जायेंगे ये एक मिथ्या धारणा है। मंगली होने का ये मतलब नहीं है की मंगल दोष होगा। मंगल दोष के कारण लोगो के प्रेम सम्बन्ध टूट जाते है और ये दुःख दे के टूटते है। पिता व भाई की ख़ुशी में कमी होती है। यदि बृहस्पति मजबूत हुआ तो मंगल दोष वाले love मैरिज के बाद भी सम्बन्ध टूट जाने वाली परिस्थिति आ सकती है। मंगल दोष जब बहुत जादा प्रभावित करता है तो लोग शादी के लिए आपसे संपर्क करेंगे लेकिन जैसे ही आप कही बात करोगे तो वो बात टूट जाएगी आपको कोई प्रतिक्रिया देगा लोग आपके फ़ोन का उत्तर तक नहीं देंगे ,रिश्ते नहीं आएंगे आएंगे भी तो टूट जायेंगे। यदि रिश्ते आये भी तो आपकी तरफ से कोशिश करने से बात नहीं बनेगी। किसी ख़राब पार्टनर के साथ जीवन जीने से अच्छा है की अकेले ही रहा जाये।
ज्योतिष के अनुसार 70% लोग मंगल दोष से प्रभावित या पीड़ित मिलेंगे।
बिना सोचे समझे या जाने ज्योतिष के फंडे न लगाये सिर्फ लैपटॉप ले के सॉफ्टवेयर से कुंडली बना लेने से राशी भाव और गृह देख लेने मात्र से कोई ज्योतिषी नहीं हो जाता। उसके लिये गहरे ज्ञान की आवश्यकता भी होती है।
पति पत्नी में मंगल दोष हो तो वो एक दूसरे की इज्जत नहीं करेंगे। मंगल की छाया या आंशिक मंगल कुछ लोग बोलते है ऐसा नहीं होता।
ज्योतिष के अनुसार 70% लोग मंगल दोष से प्रभावित या पीड़ित मिलेंगे।
बिना सोचे समझे या जाने ज्योतिष के फंडे न लगाये सिर्फ लैपटॉप ले के सॉफ्टवेयर से कुंडली बना लेने से राशी भाव और गृह देख लेने मात्र से कोई ज्योतिषी नहीं हो जाता। उसके लिये गहरे ज्ञान की आवश्यकता भी होती है।
पति पत्नी में मंगल दोष हो तो वो एक दूसरे की इज्जत नहीं करेंगे। मंगल की छाया या आंशिक मंगल कुछ लोग बोलते है ऐसा नहीं होता।
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