* घर के अंदर आते समय दायीं ओर खिडक़ी हो और बाहर की ओर से कुआं या पानी की टंकी हो तो ऐसे भवन का स्वामी अपना अधिकांश समय घर के बाहर ही बिताता है और वह नशे का आदी होता है।
* खिडक़ी की लाइन में दायीं ओर घर का भोजनालय है तो गृहस्वामी का पुत्र आलसी होता है और वह मध्यम स्तर की उन्नति करता है।
* घर के मुख्य द्वार के सामने वृक्ष होना अशुभदायक होता है। इससे ग्रह स्वामी अनचाही मुसीबतों और कोर्ट केस से परेशान रहता है। इस दोष से मुक्ति पाने के लिए मुख्य द्वार के ऊपर बाहर की तरफ अष्टकोणीय दर्पण लगाना चाहिए। यह नकारात्मक ऊर्जा को परावर्तित कर वापस बाहर फेंक देता है।
* यदि आपका मकान स् (एस) मोड़ पर बना हुआ है तो वास्तु की दृष्टि से गृहस्वामी को धनलक्ष्मी की प्राप्ति होती है और धन-वैभव कभी कमी नहीं होती है।
* मकान का मुख्य द्वार यदि अन्य निर्माण से ढका या अवरुद्घ हो या मकान के सामने दूसरे मकान के निर्माण से मुख्य द्वार ढक गया हो तो गृहस्वामी हृदय रोग से दुखी रहने लगता है और इसे बहुत अशुभ माना गया है। इसी प्रकार किसी दूसरे मकान का कोना मुख्य द्वार को बेधित करता है तो गृहस्वामी को हृदयघात होने का खतरा बना रहता है। इस दोष को दूर करने के लिए मुख्य द्वार के दहलीज के नीचे छ: सुनहरे सिक्के पंक्तिबद्घ रूप से गाड़ दें या मुख्य द्वार पर अष्टकोणीय दर्पण लगा दें।
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